नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। केजरीवाल ने गुरुवार को विधानसभा में बिभव कुमार का नाम लेते हुए जब यह कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी के नेताओं को झूठे केस में फंसाकर जेल भेजा गया तो स्वाति मालीवाल बिफर पड़ीं।
स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी। अरविंद केजरीवाल जी, जिस गुंडे ने मुझे आपके निवास पर आपकी मौजूदगी में मारा, जब तक वो जेल में था, आपने देश के सबसे महंगे वकीलों की फौज उसे बचाने के लिए खड़ी करी, मेरे खिलाफ PC पे PC करवाई।
आज जब वो शर्तिया बेल पर बाहर है, उसे पार्टी का सबसे बड़े नेता बताकर कह रहे हैं कि वो फर्जी केस में जेल में डाला गया है। सुप्रीम कोर्ट तक ने बोला कि ऐसे गुंडों को अपने निवास में कौन रखता है। इनके इन वाक्यों से बिभव जैसे गुंडों के हौसले बुलंद नहीं होंगे तो और क्या होगा? संदेश साफ है – दोबारा मार पीट भी करोगे तो हम बचा लेंगे।’
आप सांसद ने आगे लिखा, ‘हर इंसान जो आपके हर गलत काम का साथी हो, बड़ा नेता नहीं होता। “वाह सर, वाह सर” कहने वालों को पास रखने का शौंक है इसलिए दुनिया धुंधली दिखनी शुरू हो गई है।
हर दूसरे दिन ख़ुद की तुलना मर्यादा पुरुषोत्तम राम से करवाते हो। इतना अहंकार ठीक नहीं है, जो अपनी पार्टी की महिला सांसद के लिए स्टैंड नहीं ले सकता वो दिल्ली की महिलाओं के लिए भी क्या स्टैंड लेगा?’
बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी। @ArvindKejriwal जी, जिस गुंडे ने मुझे आपके निवास पर आपकी मौजूदगी में मारा, जब तक वो जेल में था, आपने देश के सबसे महँगे वकीलों की फौज उसे बचाने के लिए खड़ी करी, मेरे ख़िलाफ़ PC पे PC करवाई।
आज जब वो शर्तिया बेल पर बाहर है, उसे पार्टी का सबसे बड़े… pic.twitter.com/Rr8o9nPDnE
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) September 26, 2024
गुरुवार को अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में भाजपा-आरएसएस के लोग भी मानते हैं कि केजरीवाल ईमानदार है। भाजपा ने हमारे पांच बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया लेकिन आप टूटी नहीं।
भाजपा के दो बड़े नेताओं को जेल में डाल दो तो इनकी पार्टी टूट जाएगी। मेरे ऊपर फर्जी केस कर दिए। फर्जी केस करके मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिंह, बिभव कुमार को जेल में डाल दिया। पांच बड़े नेताओं को जेल में डालने के बाद भी हमारी पार्टी नहीं टूटी, मजबूती से खड़ी है।