अलीगढ़ में मीनाक्षी पुल के नीचे स्थित राम देवी धर्मशाला गिराने पहुंची पुलिस की यहां रह रहे परिवारों से झड़प हो गई। परिवार की महिलाओं ने पुलिस को गेट पर ही घेर लिया। सूचना पर महिला पुलिस और पीएसी के जवान भी बुला लिए गए। इसी बीच मजदूरों ने दुकान तोड़ने की कोशिश की तो महिलाएं उग्र हो गई। जिससे उन्हें पीछे हटना पड़ा।
मीनाक्षी पुल के नीचे रामदेवी धर्मशाला है। इसके मालिक भरत भूषण और अशोक गुप्ता थे। दोनों का निधन हो चुका है। इसके पावर अटार्नी अभिषेक गुप्ता है। इन धर्मशाला में विभाजन के समय से लगभग 40 परिवार किराये पर रह रहे हैं। इसी धर्मशाला में इन परिवारों ने अपनी तीन पीढ़ी निकाल दी। इसी धर्मशाला में बाहर की ओर करीब 12 दुकानें भी किराये पर चल रही है। नगर निगम ने इन धर्मशाला को जर्जर घोषित कर धारा 325 का नोटिस भी जारी किया है। जर्जर घोषित होने के बावजूद परिवार इसमें रह रहा था।
धर्मशाला मालिक अभिषेक गुप्ता ने इसके ध्वस्तीकरण को लेकर हाईकोर्ट की शरण ली। 15 मई को हाईकोर्ट ने इसे ध्वस्त करने का आदेश जारी कर दिया। 19 मई को हाईकोर्ट के आदेश का तामील करने के लिए मजदूरों संग धर्मशाला मालिक पहुंच गए। विवादित मामला होने के कारण क्वार्सी और सिविल लाइन पुलिस के अलावा महिला पुलिस व पीएसी मौके पर पहुंच गई। महिलाओं और पुलिस में घंटों नोकझोंक हुई। इस दौरान मजदूरों ने एक बंद दुकानों को तोड़ने का प्रयास किया। महिलाएं उग्र होकर पहुंच गई और धक्का-मुक्की करने लगी। पुलिस ने मामले को बीच-बचाव कर टाला। पूरे दिन धर्मशाला में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
आजादी से पहले इस धर्मशाला में शादी होकर आई हूं। मेरे सास-ससुर भी यहीं रहते थे। हम भी दशकों से रह रहे हैं। किराया हर माह दे रहे हैं। बिना नोटिस के धर्मशाला गिराने पहुंच गए। – कांता देवी
विभाजन के समय में हम सभी पड़ोसी मुल्क से यहां आ गए थे। तब से अब तक यहीं रह रहे है। जलकर और गृहकर भी जमा किया जाता है। बावजूद इस तरह का बर्ताव हो रहा है। – जनक रानी
धर्मशाला मालिक पहले से ही उत्पीड़न कर रहा है। अगर कहीं काई दीवार टूट जाए और उसकी मरम्मत कराई जाए तो उसके नाम पर भी उगाही करता था। अब तो प्रशासन हमारे घरों को गिराने पहुंच गया। – बीना
इसी धर्मशाला के कमरे में पूरा जीवन कट गया। शादी होकर यहां आई थी। अब तो तीसरी पीढ़ी चल रही है। अचानक मकान खाली कराने के आदेश से सभी स्तब्ध हैं। – राजरानी
नगर निगम ने धर्मशाला को जर्जर घोषित कर रखा है। हाईकोर्ट ने इस जर्जर भवन को ध्वस्त कराने का आदेश जारी किया है, लेकिन यहां रह रहे लोग कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर व्यवधान डाल रहे हैं। – अभिषेक गुप्ता, धर्मशाला मालिक