अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव रजिंदर सिंह मेहता ने पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नवनियुक्त सांसद कंगना रनौत को अक्ल (सदबुद्धि देने) का पाठ पढ़ाने की सलाह दी है।
इसके साथ ही मेहता ने खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह एवं फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा के सांसद चुने जाने पर उन्हें बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी मौजूदा सांसद अमृतपाल की शीघ्र रिहाई के लिए कानूनी सहायता प्रदान करना जारी रखेगी।
अमृतपाल की रिहाई के लिए लड़ते रहेंगे केस: मेहता
शनिवार को एसजीपीसी मुख्यालय में कार्यकारिणी की हुई बैठक के बाद मेहता ने कहा कि एसजीपीसी के सदस्य व वकील भगवंत सिंह सिलायका पहले की तरह अमृतपाल की रिहाई के लिए केस लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि रिहाई के संदर्भ में अंतिम फैसला अदालत ही करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि जनप्रतिनिधि के नाते अदालत को जल्द से जल्द अब सांसद अमृतपाल को रिहा करना चाहिए। बकौल मेहता, दोनों सांसदों की संसदीय चुनाव में जीत सिख पंथ के लिए बेहद खुशी की बात है।
एसजीपीसी संकट के समय कुलविंदर के साथ: महासचिव
कंगना रनौत-सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर मामले पर मेहता ने कहा कि कंगना को अपनी जुबान को लगाम देनी चाहिए, उनकी जुबान बेलगाम है। पंजाबियों विशेषकर सिख समुदाय प्रति उनकी नफरत के नतीजन ही एक्शन का रिएक्शन हुआ है।
उन्होंने कहा कि अपने आका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए सिखों को बदनाम करना उनकी आदत में शुमार है। उन्होंने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि कंगना के रवैया की भी जांच होनी चाहिए।
कंगना ने जज्बातों से किया खिलवाड़: मेहता
कंगना द्वारा पहले आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के नतीजन ही कुलविंदर ने जज्बात में आकर थप्पड़ मारने जैसा उक्त कदम उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा कुलविंदर के खिलाफ दर्ज केस को वापिस लिया जाना चाहिए।
बकौल मेहता, समूची सिख कौम विशेषकर एसजीपीसी कुलविंदर के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। कुलविंदर और उसके स्वजनों को एसजीपीसी हर संभव सहायता व सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है।
उन्होंने कहा कि कंगना अपने आकाओं प्रधानमंत्री मोदी व पूर्व मंत्री अमित शाह को खुश करने के लिए ही ऐसा करती हैं। अमित शाह कंगना रनौत को अक्ल देने का पाठ पढ़ाएं। अन्यथा संसद में जाकर भी कंगना ने ऐसे ही जुबान चलानी है तथा किसी ना किसी से बदसलूकी भी करना तय है।
इसलिए इससे पहले कि कंगना संसद में भी अन्यों के साथ ऐसे पंगे लें इनकी जुबान पर लगाम लगाने के लिए अमित शाह को कंगना को सदबुद्धि देने का सबक सिखाना चाहिए।