कोलकाता। कोलकाता में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले के 26वें दिन आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।
उनके साथ तीन अन्य लोगों को भी केंद्रीय एजेंसी ने अरेस्ट किया है। मगर इनकी गिरफ्तारी अन्य मामले में हुई है। आइए जानते हैं किस मामले में हुई संदीप घोष की गिरफ्तारी, उन पर आरोप क्या हैं और गिरफ्तार तीन अन्य आरोपी कौन हैं?
सीबीआई ने कब दर्ज किया केस?
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने संदीप घोष को वित्तीय अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया है। घोष के अलावा तीन अन्य को भी दबोचा गया है। इन पर भी वित्तीय कदाचार में शामिल होने का आरोप है। सीबीआई ने 24 अगस्त को वित्तीय अनिययमितता मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया था।
गिरफ्तार बाकी तीन आरोपी कौन?
सीबीआई ने घोष की गिरफ्तारी के एक घंटे के भीतर ही उनके सुरक्षा गार्ड अफसर अली को गिरफ्तार किया। इसके बाद दो विक्रेताओं बिप्लब सिंह और सुमन हाजरा को पकड़ा। ये अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति करते थे। तीनों पर वित्तीय अनियमितताओं में शामिल होने का आरोप है।
संदीप घोष पर क्या आरोप लगे?
डॉ. संदीप घोष पर आरजी कर अस्पताल एंव मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल रहते भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप है। मामले की जांच की खातिर पश्चिम बंगाल सरकार ने 16 अगस्त को SIT का गठन किया था, मगर एक दिन बाद ही हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच भी CBI को सौंप दी। अब सीबीआई को 17 सितंबर को अपनी प्रगति रिपोर्ट हाईकोर्ट में सौंपनी है।
टेंडरों को लेकर पक्षपात करने का आरोप।
मेडिकल आर्गेनिक कचरे की अवैध बिक्री का आरोप।
रुपये लेकर मेडिकल छात्रों को पास कराने का आरोप।
किसकी शिकायत पर हुई कार्रवाई?
आरजी कर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने सबसे पहले वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की और मामले की जांच ED से कराने की मांग की। अख्तर अली की शिकायत में संदीप घोष, फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख देबाशीष सोम, अस्पताल के सामग्री आपूर्तिकर्ता बिप्लब सिंह और पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ का नाम है।