रायबरेली और हाथरस की तरह जिले के भी दो गांवों में बड़ी संख्या में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने का मामला सामने आया है। टड़ियावां विकास खंड की रावल और अलीशाबाद ग्राम पंचायत के सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल काे हैक कर 505 जन्म प्रमाण पत्र और 23 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। पूरे मामले में संबंधित ग्राम विकास अधिकारी की तहरीर पर टड़ियावां थाने में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की गई है।
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सीआरएस पोर्टल का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी लॉग इन आईडी और पासवर्ड संबंधित ग्राम सचिव के पास रहता है। टड़ियावां विकास खंड की ग्राम पंचायत रावल और अलीशाबाद के सचिव ग्राम विकास अधिकारी राजीव श्रीवास्तव हैं। राजीव के मुताबिक 13 जून को उन्होंने सीआरएस पोर्टल विभागीय काम के लिए खोला था। पोर्टल नहीं खुला और पासवर्ड गलत होने की सूचना मिली।
इस पर फॉरगेट पासवर्ड की प्रक्रिया की गई तो ईमेल आईडी बदली नजर आई। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग में पोर्टल का काम संभालने वाली मधु को दी गई। मधु ने देखा तो इसमें जो आईडी और मोबाइल नंबर प्रदर्शित हो रहा था वह राजीव का था ही नहीं। इसके बाद इसमें सुधार किया गया। जब सीआरएस पोर्टल खुला तो पता चला कि बड़ी संख्या में मृत्यु और जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।
राजीव का दावा है कि उन्होंने इसकी जानकारी खंड विकास अधिकारी को दी। कुछ घंटे बाद उन्होंने फिर से सीआरएस पोर्टल खोला तो फिर पासवर्ड गलत बताया गया। इसके बाद पता चला कि यह फिर से हैक कर लिया गया है। कुछ इसी तरह की गड़बड़ी अलीशाबाद में भी हुई। पुलिस ने राजीव श्रीवास्तव की तहरीर पर पोर्टल से आईडी हैक कर फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाने का मामला दर्ज किया है।
जनवरी में भी हैक हुआ था अलीशाबाद का सीआरएस पोर्टल
विभागीय सूत्रों के मुताबिक हैकर्स ने सबसे पहले 27 जनवरी को अलीशााबाद का सीआरएस पोर्टल हैक किया था। वहीं, एक फरवरी को भी हैक हुआ था। एक माह के बाद भी राजीव श्रीवास्तव का पोर्टल नहीं खुल रहा था। 11 फरवरी को भी इसका पता चला। 11 फरवरी को ही उन्होंने अपना नया ईमेल एड्रेस जिम्मेदारों से अपलोड करा दिया। इसके बाद 13 फरवरी को पोर्टल खुल गया। अब आशंका जताई जा रही है कि अलीशाबाद से भी इसी तरह फर्जी जन्म और मृ़त्यु प्रमाण पत्र जारी हुए हैं। हैकर्स ने पहले आईडी हैक कर hardoiuprampyare@gmail.com नाम की आईडी को अपलोड किया। इसके बाद उसी दिन दोबारा jhulmi48@gmail.com नाम की आईडी को अपलोड कर दिया।
सीआरएस पोर्टल से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की होती है ई-डिलीवरी
सीआरएस पोर्टल पर लोग अपने घर और जनसेवा के माध्यम से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हैं। वैसे तो व्यवस्था के अनुसार संस्थागत प्रसव पर संबंधित चिकित्सालय को इसकी पूरी जानकारी देनी होती है। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सीआरएस पोर्टल पर आवेदन अपलोड होने पर सत्यापन कराया जाता है। सत्यापन के बाद निकाय और ग्राम पंचायत के रजिस्ट्रार की तरफ से डिजिटली हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। पोर्टल पर जारी होने वाले प्रमाण पत्र के आवेदन किए जाने वाली आईडी पर ही ई-डिलीवरी होती है।
प्राथमिक तौर पर ग्राम विकास अधिकारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। अन्य धाराओं के साथ आईटी एक्ट की धाराएं भी लगाई गई हैं। यह गंभीर और बड़ा मामला है। सभी पहलुओं पर इसकी जांच कराई जा रही है। बहुत जल्द पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। – नीरज कुमार जादौन, एसपी