मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार युद्ध चल रहा है। इस बीच वरिष्ठ रूसी सुरक्षा अधिकारी दिमित्री मेदवेदेव ने शुक्रवार को रूस के खिलाफ सामरिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात करते हुए कहा कि वह मजाक नहीं कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि पश्चिम के साथ रूस का संघर्ष पूरी तरह युद्ध में बदल सकता है।
दिमत्री मेदवेदेव रूस के राष्ट्रपति रह चुके हैं और पुतिन के करीबी हैं। मेदवेदेव की उग्र चेतावनी तब आई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन की ओर से यूक्रेन को रूस के अंदर सैन्य ठिकानों पर अमेरिकी हथियार लॉन्च करने की हरी झंडी दी है।
मेदवेदेव ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम के साथ रूस का संघर्ष सबसे खराब स्थिति के मुताबिक विकसित हो रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूस मानता है कि नाटो देश इस युद्ध में सीधे तौर पर शामिल हैं।
उन्होंने कहा ,’रूस पहले से ही यूक्रेन की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले सभी लंबी दूरी के हथियारों को नाटो देशों के सैनिकों की ओर से सीधे नियंत्रित मानता है।’ यह कोई सैन्य सहायता नहीं बल्कि यह हमारे खिलाफ सीधे युद्ध में कूदना है। इस तरह की कार्रवाई सीधे युद्ध को भड़काना है।
परमाणु हमले की धमकी
मेदवेदेव ने कहा कि अगर पश्चिम को यह लगता है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ सामरिक परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने के लिए तैयार नहीं है तो वह घातक भूल कर रहा है। उन्होंने दुश्मन देशों पर हमले के लिए रणनीतिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की भी संभावना का उल्लेख किया।
इस दौरान उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया। मेदवेदेव ने कहा, ‘अफसोस, न हम डरा रहे हैं और न ही झांसा दे रहे हैं। पश्चिम के साथ वर्तमान सैन्य संघर्ष सबसे खराब संभावित परिदृश्य के अनुसार विकसित हो रहा है।’
‘हमारे हथियार इस्तेमाल कर सकता है यूक्रेन’
जर्मनी की सरकार ने कहा है कि यूक्रेन रूसी सीमा पर स्थित स्थानों से होने वाले हमलों के खिलाफ उसकी ओर से भेजे गए हथियार इस्तेमाल कर सकता है।
सरकार ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि जर्मनी के करीबी देशों और यूक्रेन के साथ चर्चा करते हुए वह युद्ध से जुड़े घटनाक्रमों को लेकर निरंतर सहयोग प्रदान कर रही है। बयान के अनुसार, हाल में रूस ने खारकीव क्षेत्र, विशेष रूप से रूसी सीमा के निकट स्थित ठिकानों से हमले किए हैं।
बयान में कहा गया है, ‘हमारा मानना है कि यूक्रेन को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इन हमलों से खुद को बचाने का अधिकार है।’ बयान में कहा, ‘इसके लिए, वह अपनी अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रतिबद्धताओं के अनुसार, हमारी ओर से दिए गए हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकता है।’