मैनपुरी के पुलिस लाइन स्थित परिवार परामर्श केंद्र में शनिवार को एक भावुक पल देखने को मिला। उम्र के आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके एक दंपती ने अपने गिले-शिकवे भुलाकर 16 साल बाद साथ रहने का फैसला किया। पति-पत्नी के बीच यह विवाद 2008 में पति के जीवन में किसी दूसरी महिला के आने से शुरू हुआ था, जिसके बाद पत्नी अपने मायके आकर रहने लगी थी। एसपी सिटी अरुण कुमार ने समझौते के बाद दंपती को शर्तों का पालन करने की हिदायत देकर विदा किया।
यह था पूरा मामला
मामला बिछवां थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति से जुड़ा है, जिनकी शादी 12 जून 1987 को मैनपुरी कोतवाली क्षेत्र की एक महिला से हुई थी। दंपती को कोई संतान नहीं थी। पति विद्युत निगम में अलीगढ़ में कार्यरत थे। 2008 में उनका तबादला मथुरा हो गया, जहां वे एक अन्य महिला के संपर्क में आए। इसके बाद उन्होंने अपनी पहली पत्नी को 2008 में ही छोड़ दिया। बताया गया कि दूसरी महिला का पहले से एक बच्चा भी था।
पहली पत्नी अपने मायके आ गईं और कई बार पंचायतों के बावजूद पति दूसरी महिला को छोड़ने को तैयार नहीं हुए। अंतत, पहली पत्नी ने 9 अप्रैल 2025 को एसपी से शिकायत की। जांच में पता चला कि आरोपी पति 2022 में ही रिटायर हो चुके हैं। एसपी ने मामले को परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया। परिवार परामर्श केंद्र की सदस्य आराधना गुप्ता ने इस मामले की सुनवाई की। लंबी बातचीत और प्रयासों के बाद शनिवार को यह बुजुर्ग दंपती सभी मनमुटाव भुलाकर, एक साथ रहने के लिए राजी हो गया। समझौते के बाद 60 वर्षीय पत्नी अपने 63 वर्षीय पति के साथ घर लौट गईं।